गोपाल के देश में गौमाता के रक्त की एक बूंद भी भारतमाता को
व्यथित करेगी, इसी संकल्प से गौ ग्राम योजना प्रारम्भ की जा रही है ।
इस योजना में बिन
दुधारू गौवंश को एकल गाँव के किसान परिवार में देंगे और गोबर,गौमूत्र से निर्मित उत्पादों
द्वारा उस परिवार को स्वावलंबी बनाएँगे
इसमें गौ-रक्षा और गौ-संस्कार (नगरीय व ग्रामीण समाज )
दोनों समाहित हैं।
योजना के प्रथम चरण काल में 8000 गौमाता को 8000 किसान
परिवार में पहुँचाना ।